Pari ki kahani in hindi | पेंसिल परी की इस कहानी मे आप जानोगे की कैसे ऐक बच्चे को पेंसिल परी मिली

 कहानी में आप जानोगे की परी क्या होते हैं | कितनी शक्तिशाली होती है | क्या कर सकती है | और उससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं और एक लघु कहानी भी जानने को मिलेगी |

Pari ki kahani in hindi
Pari ki kahani in hindi


परी क्या होती है ?


परी हालांकि यह एक काल्पनिक दुनिया की मालिक होती है | और इसे काल्पनिक वस्तु से जोड़कर देखा जाता है | परी छोटी भी हो सकती है बड़ी भी हो सकती है | किंतु के पास पर होते हैं जिनसे वह उड़ सकती हैं | बहुत ही शक्तिशाली होती हैं | तरह-तरह के जादु , रहस्यमई घटनाएं और तरह-तरह की कर्तव्य कर सकती हैं  | बहुत ही शक्तिशाली होती हैं हालांकि कभी इनको किसी ने देखा नहीं है | यह एक काल्पनिक चीज है जिसे बच्चों और लोगों को इंटरटेनमेंट पर्पस के लिए सुनाया जाता है या पढ़ाया जाता है| 


यहां पर मैं आपको एक जादुई पेंसिल और उससे जुड़ी एक परी के विषय में कहानी सुनाऊंगा यह एक ऐसी पेंसिल है जिसमें एक परिवार करती है आप इस पेंसिल से जो भी लिखते हैं वह हकीकत हो जाता है क्या एक जादुई पेंसिल है यह कहानी इसी जादुई पेंसिल के इर्द-गिर्द घूमेगी




जादुई पेंसिल परी का एक बच्चे के हाथ में आना !


वह बच्चा बहुत ही छोटा है और स्कूल जाता है एक दिन जब वह स्कूल जा रहा था तभी एक झाड़ में उसे चमकती हुई एक पेंशन मिलती है पेंसिल को अपने घर ले जाता है | और उससे जो भी चित्र बना था वह चित्र हकीकत में उसके सामने उभर कर सामने आ जाता | यह  देखकर बच्चा बहुत ही आश्चर्यजनक हो जाता पता इस बात को वह अपने मम्मी पापा को बताता परंतु उसकी बात पर कोई भरोसा नहीं करता फिर परी उस पेंसिल से निकलकर बाहर आती है और बच्चे को कहती है कि तुम यह बात किसी को मत बताना मैं तुम्हारे साथ हमेशा रहूंगी और हमेशा साथ दूंगी |


ऐसा सुनकर बच्चा बहुत ही खुश होता है हालांकि छोटा है लेकिन वह बहुत ही समझदार बच्चा है और उस पेंसिल को अपने पास ही रख जिससे कि परी उसके पास ही रह जाती है उस पेंसिल से जो भी चीजें बना था वह चीजें हकीकत में बाहर आ जाती वह अलग-अलग चीजें बनाया करता था कभी वह खाने के लिए बर्गर बना लेता कभी पिज़्ज़ा बना लेता कभी जानवर बना देता कभी कुछ बना देता एक दिन वह स्कूल में पढ़ रहा था तभी उसने एक हाथी को बना दिया और हाथी हकीकत में बाहर आ गया और वह क्लास से बाहर गया तो सब तोड़ते हुए बाहर गया तभी सभी आश्चर्यजनक रह गए कि यहां पर आती आया तो आया कहां से लेकिन उस बच्चे ने किसी से कुछ नहीं कहा


पेंसिल परी का दोस्त के हाथ में लगना

अच्छा चल रहा था बच्चा अपने जीवन में बहुत खुश था एक दिन वहां पेंशन उसके हाथ कहीं खो जाती है और फिर वह उससे नहीं मिलती वहां पेंसिल एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में लगती है जोकि बहुत ही दुष्ट है वह सभी कार्य बुरे ही करता एक दिन वो बैठा था और उस पेंसिल से उसने कुछ बनाया वह उभर कर बाहर आ गया ऐसा जब उसने देखा तो आश्चर्य निकल गया और फिर उसने दूसरी चीज बनाएं वह भी बाहर आ गई जब उसने देखा कि यह पेंसिल बहुत ही चमत्कारी है तो उसने उस पेंसिल का गलत उपयोग करना चालू कर दिया


उसने तरह-तरह की चीजें पेंसिल से बनाना चालू कर दिया पता उसका गलत उपयोग करने लगा यह देखकर पेंसिल परी बहुत ही नाराज हो गई और पेंसिल जल्द से जल्द खत्म होने लगी जैसे वह चीजें ठोकर था वह कैंसिल आधी से ज्यादा खत्म हो जाती फिर उसे चलना पड़ता ऐसे करते हुए बहुत पेंसिल आधी से ज्यादा खत्म हो गई यह देखकर वह दुष्ट आदमी डर गया अब वह उनसे केवल वही चीजों को बनाता जो बहुत ही जरूरी होती लेकिन उस पर परी का वास था इसी कारण व पेंशन जैसे ही उसने ड्रॉ किया वैसे ही वह पूरी खत्म हो गई अतः उस पेंसिल का उसी जगह से नामोनिशान मिट गया जैसे ही वह पेंसिल खत्म होगी वैसे ही एक बहुत बड़ी लाइट प्रकाशित हुई


बताओ उस लाइट को देखकर उस दुष्ट आदमी के होश उड़ गए परी ने उस दुष्ट आदमी से कहा तुमने इस पेंसिल का गलत उपयोग किया है अतः अभी तक तुमने जो भी इस पेंसिल से प्राप्त किया है वह मैं तुमसे वापस लेती हूं फिर वह आदमी उसके सामने रोने लगा हाथ जोड़ने लगा कर कहने लगा कहने लगा ऐसा मत करो उसके दुख देखकर परी ने उससे यह कहां की तुम केवल एक ही चीज को रोक सकते हो सभी चीजों में केवल एक ही मांगो क्या मांगते हो


पेंसिल परी का हमेशा के लिए उस दुष्ट आदमी के बस में हो जाना


वह आदमी तुझसे था मगर उसकी बुद्धि बहुत तेज थी और उसने अपनी बुद्धि का उपयोग करते हुए केवल एक ही वरदान उसे मिला था अतः उसने उस वरदान को प्रयोग करते हुए पेंसिल परी को ही मांग लिया और परी उसी जगह पर उस पर बंद गए क्योंकि उसने वादा किया था था उससे वादा पूरा करना और पेंसिल परी उसी के साथ हमेशा के लिए रहने लगी और वह आदमी बहुत ही खुश रहता क्योंकि उससे कभी भी किसी चीज की जरूरत नहीं पड़ती अगर प्रतीत हुआ पेंसिल से मांग लेता


आदमी के जीवन चलने लगा और बाहर बहुत ही अपने जीवन में खुश आनंदित में और रहने लगा मगर हर चीज का एक अंत होता है उसी प्रकार इसका भी अंत हुआ समय बीतता गया और वह आदमी अपनी बुढ़ापे से नहीं बन सकता था और उसका भी बुढ़ापा आया और जब वह मरने वाला था तब उसने पेंसिल परी को आजाद करने को कहा और यह कहा कि मुझे बुढ़ापे से निजात कर दो अगर पेंसिल परी ऐसा नहीं कर सकती थी उसकी भी कुछ सीमाएं थी अतः उस आदमी को बुढ़ापा तो होना ही था


पेंसिल परी का हमेशा के लिए इस दुनिया से चले जाना


क्योंकि और वह दोस्त आदमी बहुत ही बुरा हो चुका है और वह मरने के कगार पर आ गया है अतः अब वह पेंसिल पर इसे अपने कर्मों का के लिए माफी मांगता है और उसे माफ करने को कहता है पेंसिल परी एक परी है इसीलिए उसने उस आदमी को माफ कर दिया और वह आदमी उसी जगह पर अपने प्राण त्याग देता है

पेंसिल परी अपनी सभी जादुई शक्तियों को लेकर स्वर्ग लोक लौट जाती है और वही रहने लगती है और फिर वह धरती पर कभी भी नहीं होती है इस कहानी का अंत यहीं पर हो जाता है


 शिक्षा

 

 कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है यदि बहुतायत में मौजूद हो तो हमें केवल हमारे जरूरत के अनुसार ही चीजों को लेना चाहिए वह कुछ भी हो सकता है उन लोगों की नजर में चाहे सम्मान हो या कोई वस्तु हो या फिर अपनी जरूरत की चीजें हो कुछ भी हो सकता है अगर बहुतायत में वह चीजें हैं तो केवल हमें अपनी जरूरत के अनुसार ही चीजों को देना चाहिए

 स्वतंत्रता सबका अधिकार है हमें किसी को भी बांधकर रखने की जरूरत नहीं पूछा परियों वाली सकती हो कुछ भी हो सभी स्वतंत्र रहने चाहिए उस व्यक्ति को परी की स्वतंत्रता नहीं पीनी चाहिए थी लेकिन वह व्यक्ति केवल अपना लाभ चाहता था

 हमें भी परिचय तरीके एक नेक दिल और सब तरफ खुशियां बांटने वाला होना चाहिए जिससे कि इस संसार में लोगों को लोगों के प्रति अच्छा नजरिया मिल सके


एक काल्पनिक कहानी जो कि लेखक द्वारा रचित की गई है यदि इस काल्पनिक कहानी से आपको शिक्षा या फिर यह काल्पनिक कहानी आपको थोड़ी सी भी अच्छी लगी हो तो लेखक के लिए दो शब्द अवश्य लिखें

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